आज हम जानेंगे आलूबुखारा के फायदे और नुकसान क्या है पूरी जानकारी (Plum Fruit in Hindi) के बारे में क्योंकि फलों की बात की जाए तो फल खाने में बहुत ही टेस्टी लगते हैं। इसीलिए अधिकतर लोग अलग-अलग फल खाते ही हैं। इंडिया में फलों की कई वैरायटी मिलती है। इसलिए कुछ लोग केला खाना पसंद करते हैं तो बहुत से लोग चीकू खाना भी पसंद करते हैं। मीठे फल के अलावा खट्टे फल भी भारतीय बाजारों में आसानी से मिल जाते हैं।
बात करें अगर आलूबुखारा की तो इसकी गिनती भी टेस्टी फलों में की जाती है। Plum Fruit यानी की आलूबुखारा टेस्टी तो होता ही है, साथ ही यह विभिन्न प्रकार से हम इंसानों की सेहत को भी अच्छा बनाने का काम करता है। आज के इस लेख में जानेंगे कि Aloo Bukhara Kya Hai, आलूबुखारा के फायदे Plum Fruit in Hindi, आलूबुखारा के नुकसान, Plum meaning in Hindi, आदि की जानकारीयां पूरा डिटेल्स में जानने को मिलेगा, इसलिये इस लेख को सुरू से अंत तक जरूर पढे़ं।
आलूबुखारा क्या होता है? – What is Plum Fruit in Hindi
Plum Fruit यानि आलूबुखारा का टेस्ट ना तो मीठा होता है ना ही खट्टा होता है बल्कि यह इन दोनों का कॉन्बिनेशन होता है अर्थात जब आप Plum Fruit मार्केट से खरीद करके खाते हैं तो आपको इसका स्वाद खट्टा और मीठा दोनों लगता है और यही वजह है कि दोनों ही प्रकार के टेस्ट को लेने के लिए लोग इसे खाते हैं।
अगर इसकी साइज के बारे में बात करें तो जितनी साइज एक पके हुए टमाटर की होती है, उतनी ही साइज Plum Fruit की भी होती है। यह भारतीय बाजारों में बिकने के लिए अप्रैल के आखिरी दिनो मे आ जाता है और यह अक्टूबर के आखिरी दिनों तक भारतीय बाजारो में दिखाई देता है। Plum Fruit की कई प्रकार की किस्मे है, जिसमें मुख्य तौर पर लाल प्लम, पीला प्लम, काला प्लम मुख्य किस्मे होती हैं और यही मार्केट में मिलती है।
प्लम फ्रूट का हिंदी में क्या मतलब है? – Plum meaning in Hindi
Plum Fruit यानी की आलूबुखारा जब हम खाते हैं तो इसके ऊपर का हिस्सा ही हम खा पाते हैं क्योंकि इसके अंदर गुठली होती है अर्थात इसकी गिनती गुठली वाले फलों की कैटेगरी में होती है। यह आपको भारतीय बाजारों में या तो बैगनी कलर में प्राप्त होता है या फिर लाल कलर में मिल जाता है।
आलूबुखारा के प्रकार – Types/Varieties of Plum in Hindi
- विक्टोरिया
- सेन्टारोजा
- फर्स्ट प्लम
- रामगढ़ मेनार्ड
- न्यू प्लम
- ग्रीन गेज
- ट्रान्समपेरेन्ट गेज
- स्टैनले
- प्रसिडेन्ट
- फंटीयर
- रैड ब्यूट
- टैरूल
आलूबुखारा के उपयोग – Uses of Plum Fruit in Hindi
बात करें अगर Plum Fruit को इस्तेमाल में लेने की तो इसे इस्तेमाल में लेने के कई तरीके हैं जिसके बारे में नीचे आपको बताया जा रहा है।
- सलाद, ओटमील, दही यह कुछ ऐसी चीजें हैं जिसमें आलूबुखारा को मिक्स करके आप खाने के लिए इस्तेमाल में ले सकते हैं।
- अगर आपको कभी चटनी खाने का मन होता है तो आप इस की चटनी भी बना करके तैयार कर सकते हैं जो खाने में स्वादिष्ट लगती है।
- आलू बुखारा का जूस पीना भी सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इसलिए बस आपको इसे मिक्सर में पीस लेना है और इसे पी जाना है।
- आप चाहें तो इसे खड़ा खड़ा भी खा सकते हैं। इसे आपको छीलने की भी आवश्यकता नहीं है।
- सुबह में नाश्ता के तौर पर इसे अन्य चीजों के साथ भी आप ले सकते हैं।
- आइसक्रीम बनाने के लिए भी आलूबुखारा उसके अंदर आप डाल सकते हैं।
आलूबुखारा के अन्य नाम क्या है? – Name of Aloo Bukhara in Different Languages
क्र.म. | भाषाएं | अन्य नाम |
---|---|---|
1 | हिंदी में | आलूबुखारा |
2 | अंग्रेजी में | गार्डन प्लम, प्रून प्लम, प्लम ट्री, यूरोपियन प्लम |
3 | संस्कृत में | आल्लूक, अल्लू, रक्तफल, भल्लूक |
4 | कन्नड़ में | अलबोखाला |
5 | गुजराती में | पीच,आलूबुखारा |
6 | तमिल में | अलुप्पुक्काराप्लम |
7 | तेलुगु में | अलपागोडापाण्डु |
8 | बंगाली में | आलूबुखारा |
9 | नेपाली में | आरु बखाड़ा |
10 | मलयालम में | अरुकम् |
11 | अरेबिक में | बरकफक |
12 | पर्शियन में | शफतालू |
आलूबुखारा के फायदे – Benefits of Plums in Hindi
नीचे हम आपको आलूबुखारा खाने के जो फायदे बता रहे हैं, ऐसा नहीं है कि इसके सिर्फ इतना ही फायदे हैं। इसके अन्य कई फायदे भी हैं परंतु मुख्य तौर पर आलूबुखारा खाने से आपको जो जो बेनिफिट मिलते हैं, उसकी जानकारी नीचे आपको दी जा रही है।
1. कब्ज दूर करने में आलूबुखारा के फायदे
ऐसे लोग जो काफी लंबे समय से कब्ज की समस्या से परेशान हैं और अपने कब्ज की समस्या से निजात पाना चाहते हैं, उन्हें आलूबुखारा को थोड़ी-थोड़ी मात्रा में अवश्य रोजाना खाना चाहिए, क्योंकि इसके अंदर फाइबर होता है जो कब्ज का काल माना जाता है।
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फाइबर ही वह चीज है जो कब्ज को दूर करने के लिए विभिन्न प्रकार से हमें खानी होती है। फाइबर आपकी कब्ज की समस्या को दूर करता है और आपके पाचन तंत्र को ठीक करता है।
2. डायबिटीज में Plums Benefits in Hindi
क्या आप जानते हैं कि डायबिटीज की समस्या से अगर आप निजात पाना चाहते हैं तो आपको आलूबुखारे को खाना चाहिए। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आलूबुखारा में एक बायो एक्टिव कंपाउंड उपलब्ध होता है।
यह कंपाउंड अपनी शक्ति और अपने गुणों से डायबिटीज की समस्या को घटाता है। आलू बुखारे की एक और खास बात यह है कि स्वाद में यह खट्टा मीठा होता है। इसीलिए यह आपकी बॉडी में ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन करके रखता है।
3. हड्डियों के लिए आलूबुखारा के फायदे
कैल्शियम की कमी के कारण इंसानों की हड्डियां तो कमजोर होती ही है, साथ ही जब उनकी उम्र ज्यादा हो जाती है तब भी हड्डियों में कमजोरी आ जाती है। आलू बुखारा हड्डियों की कमजोरी को दूर करने के लिए आप ट्राई कर सकते हैं, क्योंकि इसके अंदर बोन मिनिरल डेंसिटी को सही करने के गुण होते हैं।
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4. मोटापा कम करने में Plums Benefits in Hindi
क्या आप जानते हैं कि भले ही आलूबुखारा खाने में स्वादिष्ट लगता है परंतु कैलरी की जब बात आती है तो यहां पर यह पीछे हो जाता है। कम कैलरी की वजह से आलूबुखारा उनके लिए वरदान साबित होता है जो मोटे हैं और अपने वजन को कम करना चाहते हैं। फाइबर की भी अच्छी मात्रा इसमें होती है। इस प्रकार से वजन घटाने के लिए आपको इसे एक ना एक बार अवश्य ट्राई करना चाहिए।
5. इम्यूनिटी बढ़ाने में आलूबुखारा के फायदे
अगर हमारी बॉडी में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है तो इससे हमें कई बीमारियां आसानी से अपनी गिरफ्त में ले लेती है। इसीलिए इसे मजबूत करने के लिए विटामिन सी से भरपूर आपको आलूबुखारे का सेवन करना चाहिए। यह हमारी बॉडी में जाकर के कोशिकाओं को रिपेयर करने का काम करता है।
आलूबुखारा के नुकसान क्या है? – Side Effects of Plum Fruit in Hindi
क्या आप जानते हैं कि आलूबुखारे के अंदर लैक्सेटिव मौजूद होता है। यह वही चीज है जो हमारे पेट में कब्ज जैसी समस्या को खत्म करने के लिए बहुत ही कारगर माना जाता है। हालांकि अगर अधिक मात्रा में आप आलूबुखारे को खाते हैं तो यह डायरिया भी आपके पेट में उत्पन्न कर सकता है।
कोई व्यक्ति अगर Plum Fruit का सेवन ज्यादा करता है तो ऐसा करने से एसिडिटी और पेट में गैस बनने की समस्या भी उसकी बॉडी में पैदा हो सकती है।
हमारी बॉडी में जब पोटेशियम की मात्रा ज्यादा होती है तो इससे सांस की समस्या और उल्टी की समस्या हमें होने लगती है। यह जो पोटेशियम तत्व है, यह आलूबुखारे में अच्छी मात्रा में होता है।
रोजाना कितना आलूबुखारा खाना चाहिए? – How Many Plums can you Eat Per Day in Hindi
अगर डॉक्टर ने किसी पेशेंट को किसी समस्या के लिए Plum Fruit का सेवन करने के लिए कहा है तो उसे डॉक्टर ने जिस प्रकार से बताया है उसी प्रकार से आलूबुखारे को खाना चाहिए। अगर आप सामान्य तौर पर इसे खाने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको सुबह में नाश्ते के टाइम में 4 से 5 Plum Fruit खाना चाहिए और आपको शाम के टाइम में 4 से 5 आलू बुखारे का सेवन करना चाहिए।
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आलूबुखारा का सेवन कैसे करना चाहिए? – How to Use Aloo Bukhara in Hindi
Plum Fruit एक ऐसा फल है, जिसे लोग अपने अपने तरीके से खाते हैं। अगर आप इसे खाने के बारे में सोच रहे हैं तो आप इसे खड़ा-खड़ा भी खा सकते हैं या फिर इसे सलाद के तौर पर भी खा सकते हैं। इसके अलावा इसका जूस भी पिया जा सकता है, वहीं चटनी भी इसकी काफी अच्छी बनती है। आप चाहे तो इसके अंदर मिलने वाले बीज को पीसकर के उसके पाउडर का सेवन भी कर सकते हैं।
आलूबुखारा कहां पाया जाता है? – Where is Aloo Bukhara Found or Grown?
इंडिया में अधिकतर Plum Fruit यानी कि आलूबुखारा पहाड़ी इलाकों में पैदा किया जाता है। हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड,आसाम, अरुणाचल प्रदेश, यह कुछ ऐसे इलाके हैं जहां पर किसानों के द्वारा भारी मात्रा में Plum Fruit की खेती की जाती है। पहाड़ी इलाकों में इसकी खेती जमीन से तकरीबन 1500 से लेकर के 2100 मीटर की ऊंचाई पर की जाती है। इंडिया के अलावा यूरोप और पश्चिमी अमेरिका ऐसे देश है, जहां पर इसकी पैदावार होती है।
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आलूबुखारा के पौष्टिक तत्व – Nutritional Value of Plum Fruit in Hindi
नीचे आपको 100 ग्राम आलूबुखारा में कौन-कौन से तत्व होते हैं, यह बताया जा रहा है।
पानी | 87.23 |
ऊर्जा | 46kcal |
प्रोटीन | 0.70g |
कुल फैट | 0.28g |
कार्बोहाइड्रेट | 11.42g |
फाइबर | 1.4g |
शुगर | 9.92g |
कैल्शियम | 6mg |
आयरन | 0.17mg |
मैग्नीशियम | 7mg |
फास्फोरस, पी | 16mg |
पोटैशियम, के | 157mg |
जिंक | 0.10mg |
विटामिन सी | 9.5mg |
थायमिन | 0.028mg |
राइबोफ्लेविन | 0.026mg |
नियासिन | 0.417 mg |
विटामिन बी-6 | 0.026mg |
फोलेट, डीएफई | 5 µg |
विटामिन ए, RAE | 17µg |
विटामिन ए, IU | 345IU |
विटामिन ई, (अल्फा-टोकोफेरॉल) | 0.26mg |
विटामिन के (फाइलोक्विनोन) | 6.4µg |
फैटी एसिड, सैचुरेटेड | 0.017g |
फैटी एसिड, कुल मोनोअनसैचुरेटेड | 0.134g |
फैटी एसिड, कुल पॉलीअनसैचुरेटेड | 0.044g |
आलूबुखारा के उपयोगी भाग कौन-कौन से हैं?
बीज, फल, पत्तियां
आलूबुखारा में प्रोटीन की मात्रा कितनी होती है
0. 70 ग्राम
आलूबुखारा की तासीर कैसी होती है?
ठंडी
आलूबुखारा का साइंटिफिक नाम क्या है?
Prunus bokharensis
आलू बुखारा का स्वाद कैसा होता है?
खट्टा मीठा
क्या प्रेगनेंसी में आलू बुखारा खाया जा सकता है?
जी हां प्रेगनेंसी में महिलाएं आलूबुखारा खा सकती हैं, क्योंकि इसके अंदर आयरन की अच्छी मात्रा होती है जो महिलाओं को ताकत देता है और उनकी बॉडी में खून की कमी नहीं होने देता है।
निष्कर्ष
आज के इस लेख में आपने जाना की आलूबुखारा क्या होता है? और आलूबुखारा के फायदे और नुकसान? (What is Plum Fruit in Hindi) इस लेख को पूरा पढ़ने के बाद भी अगर आपके मन में Plum Fruit Ke Fayde aur Nuksan को लेकर कोई सवाल उठ रहा है तो आप नीचे Comment करके पूछ सकते हैं। हमारी विशेषज्ञ टीम आपके सभी सवालों का जवाब देगी।
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